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1 ‘जहरीली जड़ें’ – सामाजिक विद्रूपताओं का आख्यान (रूपनारायण सोनकर के कहानी संग्रह ‘जहरीली जड़ें’ के संदर्भ में)
डॉ. रमेश कुमार गोहे
33-36
Hindi
2 नारी समस्या व जीवन संघर्ष
डॉ. सुशीला चौधरी
29-32
Hindi
3 छायावाद में प्रकृति चित्रण
हेमांगी साहु
10-13
Hindi
4 छायावादी काव्यों में मानवतावादी चेतना
चिन्मयी राउत
07-09
Hindi
5 चंद्रगुप्त विक्रमादित्य (375 ई. से 415 ई.)
रुक्मणि
89-92
Hindi
6 ध्यानयोग की सार्वभौमिकता श्वेताश्वतरोपनिषद् के परिप्रेक्ष्य में
डॉ० निशीथ गौड़
68-70
Hindi
7 भारतीय प्रश्न ज्योतिष एवं दैवज्ञ प्रश्नकर्ता विचार
भूपेन्द्र तिवारी
20-22
Hindi
8 सम्राट अशोक का अखंड भारत और उसके आधुनिक पर्याय
Pravendra Kumar
16-19
Hindi
9 21वीं सदी की कहानियों में स्त्री चेतना : पात्र, चरित्र और लेखन के संदर्भ में
डॉ. रमेश कुमार गोहे
162-165
Hindi
10 भर्तृहरि के दर्शन में परमतत्व के प्रकृति का विश्लेषण
Dr. Deepak Kumar Gupta
149-154
Hindi
11 काव्यगुण-विमर्श (काव्यप्रकाशदृष्ट्या)
अजय कुमार शुक्ला
142-145
Hindi
12 संस्कृत महाकाव्यों में स्त्री विमर्श एक अनुशीलन
रुक्मणि पाठक
133-135
Hindi
13 संस्कृत भाषा एवम संस्कृत भाषा का विकास
डा. ज्योति बाला
107-109
Hindi
14 कालिदास के साहित्य में वियोग श्रृंगार-मेघदूत के सन्दर्भ
डॉ. के.आर. सूर्यवंशी
104-106
Hindi
15 ब्रह्म की अवधारणा
Dr. Gauri Bhatnagar
73-75
Sanskrit
16 हाशियाई समाज और बदलते शैक्षिक परिवेश
हेमलता
34-37
Hindi
17 महाभारतकालीन शिष्य: एक अनुशीलन
चमन लाल
31-33
Hindi
18 धार क्षेत्र के जनजातीय समाज के किशोरो में जीवन कौशल शिक्षा के प्रति जागरूकता का शोध अध्ययन
गौरव चौहान, डॉ. उषा वैद्य
11-14
Hindi
19 उपनिषदों में ऒंकार
Dr. Shruti Rai
191-194
Hindi
20 भारतीय दर्शन में शब्द एवं ध्वनि के सम्बन्ध का तुलनात्मक व्याख्या
Dr. Deepak Kumar Gupta
188-190
Hindi
21 रस निरूपण में साहित्यिक आचार्यों की भूमिका
रुक्मणि पाठक
177-180
Hindi
22 राजा भोजकालिन सांस्कृतिक चेतना व स्त्री समाज
डॉ. के. आर. सूर्यवंशी
174-176
Hindi
23 रांगेय राघव का व्यक्तित्व और उनके साहित्यिक अवदान का मूल्यांकन
डॉ. सुरेन्द्र कुमार
151-156
Hindi
24 “महाकवि भास के रूपकों की सामाजिक स्थिति”
डॉ. धानी जामोद
113-115
Hindi
25 प्राचीन कृषिकेन्द्रित राज्य व्यवस्था
Dr. Vrushali Bhosale
92-94
Hindi
26 आर्ष ग्रन्थों में राष्ट्रभावना
Dr Girijaprasad Shadangi
89-91
Hindi
27 मध्य कालीन साहित्य का पुनर्पाठ और जाम्भाणी साहित्य
डॉ. नन्दनी समाधिया
72-75
Hindi
28 संस्कृत शिक्षा की आवश्यकता, समस्या एवं समाधान
कालीशंकर मिश्र
33-36
Hindi
29 वेदों में सृष्टि विचार
रुक्मणि पाठक
166-169
Hindi
30 तीर्थ अभिधानों का एतिहासिक परिप्रेक्ष्य
डॉ. राजकुमार
139-141
Hindi
31 जल एवं मृदा संरक्षण की वर्तमान परिवेश में आवश्यकता
डॉ. नन्दनी समाधिया
123-124
Hindi
32 हिंदी साहित्य और मिथक
सतीश चन्द्र सि
97-100
Hindi
33 आत्मलेख: एक सामाजिक तथा सांस्कृतिक दस्तावेज़ है
डॉ. ड़ी. मोहिनी
95-96
Hindi
34 सूफी काव्यधारा और मृगावती
डॉ. विपुल कुमार
86-91
Hindi
35 ‘सनातन’ : दलित जीवन का दस्तावेज
डॉ. परषोत्तम कुमार, मधु रानी
74-78
Hindi
36 माध्यमिक स्तरीय छात्रों के आत्मविश्वास समवर्धन में योग की उपादेयता
देवेश शर्मा
53-55
Hindi
37 सांख्य एवं अद्वैत वेदान्त में जगतकारणत्व
अनुपम आनन्द
48-52
Hindi
38 शान्तिपाठ : तरल, उदात्त व वैश्विक भावनांचा अविष्कार
डॉ. रणजित दत्तात्रय पाटील
42-44
Hindi
39 प्रियदर्शिका नाटिका में नायिकालंकारों का स्थान एवं महत्व
शालिनी मिश्रा
35-41
Hindi
40 हिंदी और नेपाली स्त्री लेखनः चुनौतियां और संभावनाएं
कुमारी लक्ष्मी जोशी
14-20
Hindi
41 भर्तृहरि के दर्शन में ‘ध्वनि और ‘नाद’ का स्वरूप
Dr. Deepak Kumar Gupta
149-152
Hindi
42 तीर्थ अभिधानों की शब्दावली में प्रत्यय विधान
डॉ. राजकुमार
122-124
Hindi
43 हबीब तनवीर के लोक कलाकार
उमा चौधरी
110-112
Hindi
44 संस्कृत साहित्य में पर्यावरण का महत्व
नीलम
97-99
Hindi
45 श्रीमद्भगवद्गीता एवं पातञ्जल योगसूत्र के अनुसार भक्ति योग
हलधर भरद्वाज
54-57
Hindi
46 दर्शन तथा धर्म में सह-सम्बन्ध का अनुशीलन
डॉ. सस्मिता बन्दर नायक
24-27
Hindi
47 कवि प्रदीप के गीतों में राष्ट्रीय-सांस्कृतिक चेतना
राहुल कुमार
222-225
Hindi
48 योग दर्शन के अनुसार क्रियायोग का मानव जीवन एवं समाज पर प्रभाव
सतेन्द्र
220-221
Hindi
49 जैन योग एवं पातञ्जल योग का तुलनात्मक अध्ययन
राहुल कौशिक
215-219
Hindi
50 श्रीमद भगवत गीता में योग विद्या द्वारा दुखों का निवारण
बलवीर सिंह , प्रोफेसर महेश प्रसाद सिलोडी़
208-211
Hindi
51 आयुर्वेद में वर्णित त्रिदोष जन्य रोगों का कारण एवं निवारण योग पद्धति द्वारा
हिमांशु रतूड़ी
205-207
Hindi
52 मानसिक रोग निवारण में मर्म विद्या की उपादेयता
पूजा कुमारी
187-194
Hindi
53 पारिस्थितिकीय चेतना और हिन्दी उपन्यास
अखिल अगस्टिन
176-181
Hindi
54 गाथा सप्तशती में व्यक्त मानवीय मूल्य का स्वरूप एवं उसका विवेचन
राजश्री कुमारी, डॉ. किरणमाला
157-160
Hindi
55 रूपक एवं उंपरूपकों में एकांकी
Yearul Sekh
152-156
Hindi
56 स्त्री विमर्श और हिंदी कविता का इतिहास
डॉ अभिषेक प्रताप सिंह
139-143
Hindi
57 इक्कीसवीं सदी और हिंदी कहानी का बदलता रूप
डॉ. सितारे हिन्द
127-130
Hindi
58 साहित्य और समाज का अंतर्संबंध
अतुल कुमार
80-82
Hindi
59 कुतुबमीनार (मेरूस्तम्भ) से कुतुबुद्दीन ऐबक का कोई सम्बन्ध नहीं : पंचसिद्धान्तिका के अनुसार ज्योतिषिय परिप्रेक्ष्य
Dr. Jitendra Vyas
57-62
Hindi
60 गर्भाधान संस्कार
डा. आशुतोष कुमार झा
54-56
Hindi
61 स्त्री विमर्श का समकालीन परिदृश्य : स्त्री-जीवन के विविध रूप
श्रवण सरोज
27-30
Hindi
62 पातंजल योग सूत्र में वर्णित चित्त प्रसादनों का मानव जीवन पर प्रभाव
सतेन्द्र
199-200
Hindi
63 राष्ट्र के उत्थान में अष्टांग योग की भूमिका
शिव शंकर
196-198
Hindi
64 चक्रों की ऊर्जा का मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव
जसवन्त कौर
193-195
Hindi
65 स्वास्थ्य की दृष्टि में हठयोग की महत्ता
अभिषेक कुमार
190-192
Hindi
66 हबीब तनवीर के नाटक ‘हिरमा की अमर कहानी’ में लोक रंगमंचीय परिवेश
मनीष कुमार
181-185
Hindi
67 भारत की गौरवमयी संस्कृति
हितेश मीना
153-157
Hindi
68 सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ : व्यक्तित्व और कृतित्व
पुष्पा कुमारी
127-129
Hindi
69 भारतीय दर्शन में वेदान्त की दृष्टि से दृश्यमान जगत
Sakib Ali
124-126
Hindi
70 समकालीन भारत में गांधी की नारी विषयक विचार की समीक्षा
Dr Madhu Jha
118-123
Hindi
71 बालसभा सहषैक्षिक गतिविधि का विद्यार्थियों की अभिव्यक्ति पर लिंगकारक तथा क्षेत्रीयता का अध्ययन
डॉ. ऋचा मेहता
112-117
Hindi
72 समकालीन कविता में ‘लीलाधर जगूड़ी’ का तीखा स्वर
गौरव शर्मा
108-111
Hindi
73 ‘गोरा’ उपन्यास के संदर्भ में रवीन्द्र नाथ टैगोर की राष्ट्रीयता
प्रियंका चौधरी
100-104
Hindi
74 डा अम्बेडकर और दलित अस्मिता
डा ज्योति बाला
63-65
Hindi
75 शिक्षणशास्त्र में कौशल विकास
वन्दना बग्गा
59-62
Hindi
76 महाकवि कालिदास के महाकाव्यों में नारी सौन्दर्य वर्णन
ममता यादव, लक्ष्मी देवी गुप्ता, प्रियंका यादव
41-43
Hindi
77 सांगीतिक विकास मे ब्रजभाषा की भूमिका
डॉ. नीता माथुर
38-40
Hindi
78 समग्र स्वास्थ्य त्रिदोष एवं योग
Adarsh Tomar
33-35
Hindi
79 मारक प्रकरण : पाराशरी ज्योतिष का विशिष्ट सन्दर्भ
डॉ. राजीव रंजन
20-24
Hindi
80 विभिन्न ग्रंथों में रत्नपरीक्षा परिशीलन
मिथलेश जैन
11-13
Hindi
81 मिथिलेश्वर के उपन्यास ‘सुरंग में सुबह’ में राजनीतिक यथार्थ
किरन पूनिया
161-163
Hindi
82 आदिवासी समाज : अस्मिता का प्रश्न
डॉ. ज्योति रानी
150-152
Hindi
83 योग में ध्यान प्राक्रिया एवं उपाय
बलवीर सिंह , प्रोफेसर महेश प्रसाद सिलोडी़
146-149
Hindi
84 अष्टांग योग में वर्णित यम-नियम का मानव जीवन पर प्रभाव
जसवन्त कौर
143-145
Hindi
85 श्रीमद्भगवद गीता के द्वारा आध्यात्मिक दुखो का प्रबंधन
अभिषेक कुमार
139-142
Hindi
86 भक्तियोग से चित की स्थिरता
शिव शंकर
136-138
Hindi
87 भारतीय दर्शन एवं विज्ञान में अन्तःसम्बन्ध
डॉ. सस्मिता बन्दर नायक
127-131
Hindi
88 पूर्व-मध्ययुगीन काल तथा मालवा की वर्ण एवं जातिगत व्यवस्थाएं
गुलाबराव डोंगरे, डॉ. विजेता चौबे
110-112
Hindi
89 समाज व्योम के दार्शनिक पिंड: कबीर
डॉ. अंजन कुमार
98-100
Hindi
90 बालसभा सह शैक्षिक गतिविधि का विद्यार्थियों के नेतृत्व विकास पर लिंगकारक तथा क्षेत्रीयता के प्रभाव का अध्ययन
डॉ. ऋचा मेहता
48-53
Hindi
91 बौद्धों की उपाय कौशल्य पारमिता की आधुनिक समय में प्रासंगिकता
डॉ. पूजा
36-39
Hindi
92 लोक साहित्य की अवधारणा ‘‘संस्कृत लोककथा के परिप्रेक्ष्य में’’
डॉ. के.आर. सूर्यवंशी
27-30
Hindi
93 आधुनिक परिप्रेक्ष्य में योग और उसकी प्राचीनता
उर्मिला देवी
05-07
Hindi
94 मैत्रेयी पुष्पा और नारी-विमर्श
डॉ. पूनम तलवार
184-186
Hindi
95 अमृतलाल नागर के उपन्यासों का समाजशास्त्रीय अध्ययन
डॉ. अंजन कुमार
155-158
Hindi
96 महाभारत में आदर्श राजनैतिक चिन्तन एवं वर्तमान राजनीति की दशा एवं दिशा
डॉ.राजेश मीना
117-120
Hindi
97 अभाव के स्वरूप का विश्लेषण
नारायण प्रासाद नौटियाल, डॉ. दयालसिंह
82-88
Hindi
98 हिंदी यात्रा साहित्य में प्राकृतिक परिवेश
शुभारानी. के
79-81
Hindi
99 बौद्धकालीन वर्ण व्यवस्था, एक विवेचन
डॉ. (श्रीमती) सुषमा शुक्ला
74-78
Hindi
100 विदेशी भाषाओं पर संस्कृत भाषा का प्रभाव (ग्रीक और रूसी भाषा के विशेष सन्दर्भ में)
डॉ. आशा रानी पाण्डेय
60-64
Hindi