S. No. | Manuscript Title & Author | Page No. | Read Article | Language |
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1 | महाभारत के वनपर्व में वर्णित वनस्पतियाँ एवं उसके गुण डॉ.मोना बाला |
01-04 | Hindi |
2 | Understanding of Mind through Astikadharshnas I. R. Nandini |
05-08 | English |
3 | भक्ति परम्परा के परिप्रेक्ष्य में विभिन्न सम्प्रदाय Sasmita Bandar Nayak |
09-12 | Hindi |
4 | छान्दोग्या उपनिष्द्दे ब्रह्मस्वरूपम ऐ आर नंन्दीनी |
13-15 | Sanskrit |
5 | Works of Kotunnallur Koccunni Tampuran Dr.T D Beena |
16-20 | English |
6 | सनातनधर्मोद्धारकः आचार्यशङ्करः डा. शालिकराम त्रिपाठी |
21-22 | Sanskrit |
7 | The concept of jīvātmā or individual soul in upaniṣads and śrīmad Bhagavad gītā Nilachal Mishra |
23-26 | English |
8 | उत्तर एवं मध्य भारतीय प्राकृत अभिलेखों का वाक्य-तत्त्व डॉ.समणी संगीत प्रज्ञा |
27-31 | Sanskrit |
9 | वाल्मीकि रामायण एवं बालरामायण: एक तुलनात्मक अध्ययन रोमन उमरे |
32-35 | Sanskrit |
10 | रामकथा में पुष्पक विमानयात्रा -एक तुलनात्मक अध्ययन डॉ.ममता गुप्ता |
36-40 | Sanskrit |
11 | सतीश जमाली की कहानियों में समसामयिक समस्याएँ अशोक कुमार सैन |
41-43 | Hindi |
12 | कापिलसाङ्ख्ये पुरुषस्वरूपम् आनन्दमोहनजोशी |
44-46 | Sanskrit |
13 | मरण एवं गुणस्थान का अन्तः सम्बन्ध-भगवती आरधना के संदर्भ में विनय कुमार जैन |
47-50 | Hindi |
14 | शारीरिक स्वास्थ्य एवं मानसिक स्वास्थ्य में योग शिक्षा अमित कुमार |
51-52 | Hindi |
15 | धनुर्भङ्गमहाकाव्यस्य साहित्यप्राशस्तिः आर. प्रवीण कुमार |
53-54 | Sanskrit |
16 | वास्तुशास्त्रानुसारं ग्रामस्य मुख्यद्वारविमर्शः डॉ. कपिलदेव |
55-56 | Sanskrit |
17 | शिशुपालवधमहाकाव्ये वक्रोक्तिविचारः अमित कुमार |
57-58 | Sanskrit |
18 | प्रतिबन्धकनिवारणद्वारा कर्मणां विविदिषा संयोगः Prasanta Das |
59-60 | Sanskrit |
19 | बृहत्त्रय्यां नायकपात्राणां व्यक्तित्वस्याध्ययनम् प्रशान्त कुमार निखण्डिआ |
61-63 | Sanskrit |
20 | द्वैतवेदान्तोक्तानि विश्वमिथ्यात्वे सत्प्रतिपक्षानुमानानि Kuppa Narasimha |
64-65 | Sanskrit |
21 | ईश्वरविलासमहाकाव्ये भक्तिनिरूपणम् दीपेन्द्र जोशी |
66-67 | Sanskrit |
22 | समकालीन कविता और मिथकीय विचार डॉ. हमीरभाई पी. मकवाणा |
68-70 | Hindi |
23 | ईश्वरविलासमहाकाव्ये रीतिवैचित्र्यम् दीपेन्द्र जोशी |
71-72 | Sanskrit |
24 | शाब्दबोधसहकारिकारणनिरूपणम् Vasudevan Namboodiri P K |
73-75 | Sanskrit |
25 | दाने देयद्रव्याणां विचारः मनोज कुमार दासः |
76-79 | Sanskrit |
26 | आधुनिक सन्दर्भे मत्स्यपुराणोक्त पर्यावरणस्य प्रासङ्गिकता मुकेश कुमार: |
80-83 | Sanskrit |
27 | संस्कृताध्यापकानां वृत्तिभारः श्रीकरः वि |
84-88 | Sanskrit |
28 | धर्मशास्त्र में अपराध एवं दण्ड का स्वरूप बलराम आर्य |
89-92 | Hindi |
29 | वर्तमानपरिप्रेक्ष्ये भारतीय संस्कृतिः डॉ.जोगिन्द्र सिंह |
93-94 | Sanskrit |
30 | संस्कृतदूरस्थशिक्षायाः विकासे नवाचाराणामावश्यकता डा. त. महेन्द्रः |
95-96 | Sanskrit |
31 | दत्तकस्य स्वरुपम् Dr. Sitansu Bhusan Panda |
97-104 | Sanskrit |
32 | भग्रहयुतिविचारः Dr. Prasad Gokhalle |
105-107 | Sanskrit |
33 | Integrated approach of yoga and relaxation techniques to reduce stress and anxiety Dr.D.Saritha, Dr.Akhilesh Kumar Singh, Dr.D. Jyothi |
108-114 | English |
34 | शिशुजन्मयोगेणमातुपितुसुखम् Dr. Krishneshwar Jha |
115-116 | Sanskrit |
35 | राष्ट्रीय एकता और स्वभाषाः स्वामी दयानंद के भाषिक विचार अरुण कुमार |
117-120 | Hindi |
36 | ऋषि-तत्त्व-विमर्श डॉ. दयालसिंह पँवार |
121-122 | Hindi |
37 | इतिहास की गौरवपूर्ण अभिव्यक्ति: अन्ना पासवान डॉ. सुधीर कुमार शर्मा |
123-126 | Hindi |
38 | शक्तिस्वरूपविचारः डॉ. सङ्कर्षण पण्डा |
127-129 | Sanskrit |
39 | सुबोधार्थनीटाकायाः स्त्रीजातकाध्यायस्य विवरणम् SriparvathaPriya Sarma |
130-133 | Sanskrit |
40 | Indian Philosophy in T S Eliot’s Poetry: An Analytical Study Tanmoy Pandit |
134-136 | English |
41 | संस्कृतकोशवाङ्मयं तथा प्रयोजनं च डा. जी. राजशेखर रेड्डि |
137-141 | Sanskrit |
42 | Exploring the Interplay between Mythology and Religion: An Early Buddhist Perspective Ritesh Prakash Ovhal |
142-144 | English |
43 | शील स्मिता प्रकाश इंगळे |
145-148 | Hindi |
44 | स्वातन्त्र्यसङ्ग्रामात्परं संस्कृते रचितानि प्रसिद्धानि महाकाव्यानि आचार्य..सि.ललिताराणी |
149-151 | Sanskrit |
45 | Trailblazing Women Of Ancient India Sanskrit Poetesses And Their Literary Legacy. Dr. Jayanisha K |
152-155 | English |