अप्रतिमो गुरुः सीतारामशास्त्री महाशयः Post navigation आधुनिक अवधी – प्रबन्ध काव्य में लोक-संस्कृति के बिम्ब (‘पारिजात’ तथा ‘ध्रुव’ के सन्दर्भ में)कालानुरोधेनजातकफलम्