ईर्ष्या और द्वेष में डूबा आज का मानव Post navigation सामाजिक उत्थान की दिशा में वैदिक वांगमय की उपादेयताअद्वैतवेदान्तानुसारेण गुरोः स्वरूपं तन्महत्वं च