भगवद्गीतायां प्रतिपादितकर्मयोग आधुनिकसामाजिकोपयोगिता Post navigation पर्यावरण संकट और वैदिक दर्शनप्राचीन पालि ग्रन्थें मेंउपस्थापित आर्य सत्यों का मूल स्वरूप