सांख्यदर्शन के अनुसार बुद्धि के सात्त्विक रूप Post navigation पाणिनीयव्याकरणे संज्ञाशब्दरहस्यम्भारतीय मन का यूरोपीय दर्शन : ‘सफेद रातें और हवा’