S. No. | Manuscript Title & Author | Page No. | Read Article | Language |
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1 | न्यायदर्शनं एकं विहंगावलोकनम् कमलिनी पण्डा |
01-03 | Sanskrit |
2 | कुट्टिकृष्णमारार् महोदयस्य कालिदासनिरूपणम् Dr. Remya. S |
04-06 | Sanskrit |
3 | The Inter-Relations Between Dhvani And Vakrokti – A Study Dr. Shameeja P |
07-09 | English |
4 | The Buddhas teaching to lay people: How to avoid confusion in religious matters Mrs. Deepali Patil |
10-14 | English |
5 | दत्तकस्य दायाधिकारः डॉ. सरोजकुमारकर |
15-17 | Sanskrit |
6 | ओड़िशा प्रदेश का साहित्य और आदिवासी प्रसंग डॉ. घनश्याम दीप |
18-20 | Hindi |
7 | धर्मशास्त्रानुसार द्वादशमासकृत्यविमर्शः Dr.ShubhasreeTripathy |
21-23 | Sanskrit |
8 | धर्मस्य स्वरूपम् डॉ. सरोजकुमारकर |
24-25 | Sanskrit |
9 | ओड़िशा प्रदेश का नाट्य साहित्य और नाटककार डॉ. घनश्याम दीप |
26-28 | Hindi |
10 | वाल्मीकि रामायण में धर्म का स्वरूप – एक अध्ययन सुरेन्द्र कुमार, डॉ. पुष्पेन्द्र जोशी |
29-31 | Hindi |
11 | व्यावसायिक शिक्षा के बढ़ते आयाम रवि शंकर मिश्र |
32-33 | Hindi |
12 | ‘बाजत अनहद ढोल’ उपन्यास में चित्रित आदिवासी विद्रोह सतीश चन्द्र सि |
34-36 | Hindi |
13 | भारतीयसंस्कृतौ देवोपासनायाः विविधसम्प्रदायाः अञ्जिता साहु |
37-40 | Sanskrit |
14 | अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता और सामाजिक सरोकार की पत्रकारिता डॉ. मीना शर्मा |
41-44 | Hindi |
15 | मदनद्वादशीव्रतमाहात्म्यम् दीपिका बेहेरा |
45-46 | Sanskrit |
16 | वेद-पुराणेषु सूर्यप्राशस्त्यम् Dr. G.V. Phani Raja Shastry |
47-49 | Sanskrit |
17 | आत्मदूतकाव्ये दार्शनिकपरिशीलनम् डॉ.अञ्जली कबाट |
50-51 | Sanskrit |
18 | काण्वसंहितायां सूर्यतत्त्वविमर्शः डा. सत्यव्रतनन्दः |
52-56 | Sanskrit |
19 | हिन्दुविधेर्मूलस्रोतांसि Dr.Basanta Kumar Raymohapatra |
57-58 | Sanskrit |
20 | श्रीपाञ्चरात्रे योगवैशिष्टयम् T.G.Kishan Kumar |
59-60 | Sanskrit |
21 | श्रीमद्भगवद्गीतायां कर्मयोगे यज्ञमहत्त्वम् Dr. Nilakantha karuan |
61-63 | Sanskrit |
22 | आधुनिकहिन्दुविधेः स्वरूपम् Dr.Basanta Kumar Raymohapatra |
64-66 | Sanskrit |
23 | Relevance of Moral Values Depicted in Shrimad Bhagavad Gita Dr.Tanmay Mandal |
67-70 | English |
24 | साङ्ख्यदर्शनेषु सत्कार्यवादसिद्धान्तविमर्शः गौरवबहुगुणा |
71-73 | Sanskrit |
25 | अष्टावक्रगीतायां प्रकरणविद्यमानविषयविचारः डॉ.सत्यव्रत मिश्रः |
74-75 | Sanskrit |
26 | सूर्यशतके भक्तिरसविमर्शः डा. अभीप्सा मोहान्तः |
76-80 | Sanskrit |
27 | सांख्यदर्शनेषु पुरुषस्वरूपविमर्शः गौरवबहुगुणा |
81-82 | Sanskrit |
28 | सुभाषितेषु शकुनतत्त्वविमर्शः डॉ. राजश्रीपाढी |
83-86 | Sanskrit |
29 | विविधशैक्षिकक्षेत्रेषु सूचनासम्प्रेषणप्रविधेरुपयोगः स्वर्णाली पात्र |
87-90 | Sanskrit |
30 | संस्कारेषु विवाहसंस्कारस्य श्रेष्टत्वम् Sudhamayee pati |
91-93 | Sanskrit |
31 | काण्वसंहितायाम् अश्वमेधयागविमर्श: शिवशङ्करहोता |
94-97 | Sanskrit |
32 | कालिदासकाव्येषु ज्योतिषशास्त्रम् डॉ. राजश्रीपाढी |
98-99 | Sanskrit |
33 | मानसिक विकास का विज्ञान डॉ. श्वेता कुमारी |
100-101 | Hindi |
34 | ईश्वरगीतायाम् ईश्वरमाहात्म्यम् माहेश्वेता घडेइ |
102-105 | Sanskrit |
35 | संस्कृतकथासाहित्यरचनाधारायाः क्रमविकासः देवाशीषनट्टः |
106-108 | Sanskrit |
36 | व्यवहारिकजीवने श्रीमद्भगवद्गीतायाः योगदानम् Dr.Tanmay Mandal |
109-112 | Sanskrit |
37 | नवकलेवर Dr. Snehalata Das |
113-117 | Hindi |
38 | ज्योतिषशास्त्रदृष्ट्या कार्यक्षेत्रे सफलताऽसफलतयोर्विमर्शः मुकुटबिहारी |
118-120 | Sanskrit |
39 | जयशंकर प्रसाद के नाटकों की अभिनेयता पर एक दृष्टि पार्वती बारिक |
121-122 | Hindi |
40 | श्रीलाल शुक्ल के उपन्यासों में यथार्थ चित्र बनाम समकालीन समाज Dr. D. Mohini |
123-125 | Hindi |
41 | Mechanism Of Disability Discrimination: Inequalities In Accessing Educational Field, Workplace And Healthcare. Swarnali Patra |
126-130 | English |
42 | कृष्णा सोबती के उपन्यासो में सामाजिक यथार्थ विष्णुप्रिया भुक्ता |
131-132 | Hindi |
43 | ऋग्वेदस्याभ्यर्हितत्वम् – एकमध्ययनम् पवित्रकुमारनन्द: |
133-135 | Sanskrit |
44 | कार्यक्षेत्रे साफ़ल्यस्य कालनिर्धारणम् मुकुटबिहारी |
136-140 | Sanskrit |
45 | ‘अन्या से अनन्या’ : नारी जीवन का संघर्ष दीप्ति डिगल |
141-143 | Hindi |
46 | रसविमर्शः डा. सत्यनारायणः |
144-148 | Sanskrit |
47 | अद्वैतवेदान्ते महावाक्यार्थ विमर्शः डा. सुदेष्णा दाशः |
149-150 | Sanskrit |
48 | ऋग्वेदे पर्यावरणम्-एकमध्ययनम् चित्तरञ्जन राज |
151-153 | Sanskrit |
49 | महाकाव्येषु योगदर्शनम् अजयकुमार: |
154-156 | Sanskrit |
50 | महाभारते नलकथा यस्.वि.यस्.पि.यस्.कृष्णभट्टाचार्यः |
157-159 | Sanskrit |
51 | बृहत्रय्यां योगतत्वानां परिशीलनम् अजयकुमार: |
160-162 | Sanskrit |
52 | नलचरित्रनाटके महाकाव्यलक्षणसमन्वयः यस्.वि.यस्.पि.यस्.कृष्णभट्टाचार्यः |
163-165 | Sanskrit |
53 | शिक्षाऽऽयोगेषु संस्कृतभाषायाः महत्वम् चित्तरञ्जन राज |
166-168 | Sanskrit |
54 | किं नाम चमत्कारः बि. गिरिधर |
169-171 | Sanskrit |
55 | थाई भाषा और हिंदी भाषा का संबंध डॉ. पद्मा सवांगश्री, डॉ. सेकसन सवांगश्री |
172-179 | Hindi |
56 | उपमालंकारस्य व्याकरणाश्रितत्वम् G.T.Srikrishnabharadwaja |
180-182 | Sanskrit |
57 | भारतीयदर्शनस्य सामान्यपरिचयः डॉ.आशीष यादव |
183-186 | Sanskrit |
58 | स्मृतिशास्त्रे व्यवहारपदानि डॉ. सुदेशसिंह “शास्त्री” |
187-189 | Sanskrit |
59 | ब्रह्मविद्यायां शूद्राणामनधिकारत्वविचारः डॉ.आशीष यादव |
190-192 | Sanskrit |
60 | सूर के राम डॉ. सुधीर कुमार शर्मा |
193-196 | Hindi |
61 | तन्त्रस्वरूपं तन्महत्त्वञ्च मोहन लाल शर्मा |
197-199 | Sanskrit |
62 | वेदों की शाश्वत सत्ता : चिन्तन एवं महत्त्व डॉ. राजेश मीना |
200-202 | Hindi |
63 | बदलता परिदृश्य : सिनेमा और आदिवासी चिंतन डॉ. ओंकार लाल मीणा |
203-207 | Hindi |
64 | वादिकेसरि-सौम्यजामातृमुनिविरचितः तत्त्वदीपः। आचार्यः पा.ति.गु. यतिराजसम्पत्कुमाराचार्यः |
208-210 | Sanskrit |