S. No. | Manuscript Title & Author | Page No. | Read Article | Language |
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1 | श्रीमन्दिरे देवदासीप्रथा चित्तरञ्जन राज |
01-03 | Sanskrit |
2 | ईश्वरगीतायां भक्तिः माहेश्वेता घडेइ |
04-06 | Sanskrit |
3 | काव्यदीपिकासाहित्यदर्पणयोः तुलनात्मकम् अध्ययनम् कमलिनी पण्डा |
07-12 | Sanskrit |
4 | आधुनिककाले हास्यरसस्य प्राधान्यम् Dr. Beena K. K. |
13-15 | Sanskrit |
5 | स्त्री-चेतना : स्वानुभूति बनाम सहानुभूति डॉ. मीना शर्मा |
16-21 | Hindi |
6 | Abhiṣekanātaka of Bhasa and its Theatrical Aspects Dr. Beena K. K. |
22-24 | English |
7 | वासुदेवविजयकाव्ये कृदन्तप्रयोगवैशिष्टयपरिशिलनम् भावना शर्मा |
25-27 | Sanskrit |
8 | नलिनी नाम खण्डकाव्ये संस्कृतस्य स्वाधीनम् Dr. Beena K. K. |
28-30 | Sanskrit |
9 | वासुदेवविजयकाव्ये तद्धितान्तप्रयोगवैशिष्टयपरिशीलनम् भावना शर्मा |
31-33 | Sanskrit |
10 | सहोदरन् अय्यप्पन् महोदयस्य नवोत्थानचिन्ताः Dr. Beena K. K. |
34-35 | Sanskrit |
11 | फलनिर्णये षड्वर्गस्य स्वाधीनम् डॉ. बीना .के.के |
36-37 | Sanskrit |
12 | संस्कृत भाषा शिक्षण परम्परा व नवोन्मेष डॉ. पुष्पेन्द्र जोशी |
38-41 | Hindi |
13 | उपनिषत्सु यमस्वरूपम् बि.ममता |
42-44 | Sanskrit |
14 | वेदोपनिषत्सु मनस्तत्त्वनिरूपणम् दुर्गाशरणरथः |
45-48 | Sanskrit |
15 | ज्योतिषशास्त्रे ग्रहमीमांसा दिगन्तः दी. त्रिवेदी |
49-51 | Sanskrit |
16 | संस्कृत और हिन्दी का तुलनात्मक अध्ययन डॉ. पुष्पेन्द्र जोशी |
52-55 | Hindi |
17 | वाल्मीकि रामायणे वर्णव्यवस्थायाः स्वरूपं – एकं अध्ययनम् सुरेन्द्र कुमार, डॉ. पुष्पेन्द्र जोशी |
56-58 | Sanskrit |
18 | नाट्य प्रयोगों की सफलता में अभिनेता की भूमिका सोहन कुमार |
59-63 | Hindi |
19 | तीसरा रंगमंच : एक रंगमंचीय प्रयोग सर्वेश कुमार |
64-67 | Hindi |
20 | निर्देशक श्यामानंद जालान का मंचीय कौशल एवं आषाढ़ का एक दिन सोहन कुमार |
68-72 | Hindi |
21 | मन्त्रसाधने दीक्षा डॉ. खेमचन्दः |
73-75 | Sanskrit |
22 | ब्रह्माण्डविज्ञाने वैदिकवाङ्गमयस्योत्कृष्टता दिगन्तः दी. त्रिवेदी |
76-78 | Sanskrit |
23 | संस्काराणामाधुनिकयुगे महत्त्वमुपयोगिता च डॉ. खेमचन्दः |
79-81 | Sanskrit |
24 | व्याकरणशास्त्रे पदार्थः Dr. Manoranjan Senapaty |
82-85 | Sanskrit |
25 | मानसिकरोगेषु चन्द्रमसः प्रभावः राजेशचन्द्रसती |
86-90 | Sanskrit |
26 | पण्डितराजजगन्नाथमतानुसारं काव्यलक्षणम् Dr.N.A.Shihab |
91-92 | Sanskrit |
27 | मम्मटाचार्यदिशा लक्षणायाः षड्-भेदाः चित्तरञ्जन राज |
93-95 | Sanskrit |
28 | भारतीय सूफी दर्शन के वैचारिक आयाम डॉ.अंजन कुमार |
96-98 | Hindi |
29 | God, Man and Nature a Vedic Perspective Dr. Subash Chandra Dash |
99-102 | English |
30 | अभिज्ञानशाकुन्तले नाट्यतत्त्वानि एकमध्ययनम् Laxman Majhi |
103-107 | Sanskrit |
31 | प्रेमचन्द और उनकी ‘नशा’ कहानी डॉ. सुधीर कुमार शर्मा |
108-112 | Hindi |
32 | भारतीयदर्शनेषु शैवविशिष्टाद्वैतदर्शनस्य स्थानं वैशिष्ट्यञ्च डॉ.आशीष यादव |
113-114 | Sanskrit |
33 | राजधर्माणां नैकविधं महत्त्वम् डॉ. सुदेशसिंह “शास्त्री” |
115-116 | Sanskrit |
34 | ब्रह्मणः द्युभ्वाद्यतनविचारः तुलना च डॉ.आशीष यादव |
117-119 | Sanskrit |
35 | प्राकृतभाषायामपभ्रंशस्य माहात्म्यम् राजन |
120-122 | Sanskrit |
36 | योग और भारतीय शास्त्रीय संगीत डा.नीता माथुर |
123-124 | Hindi |
37 | यज्ञों में भगवान् रुद्र का स्वरूप एवं महत्व ओंकार यशवन्त सेलुकर |
125-127 | Sanskrit |
38 | वर्ण-समीक्षा के आलोक में वागुत्पत्ति-विमर्श डॉ. दयालसिंह पँवार |
128-130 | Hindi |
39 | अथर्ववेदे महाभारतशान्तिपर्वणि च राजधर्मस्वरूपम् डॉ. कृष्णचन्द्रकविः |
131-133 | Sanskrit |
40 | संस्कृतक्षेत्रे उच्चशिक्षास्थरे नूतनशिक्षानीतेः प्रभावः Dr. M. Sridhar Rajan |
134-136 | Sanskrit |
41 | शास्त्रे व्यवहारे च वङ्गदेशः डाँ. शशिभूषणमिश्रः |
137-141 | Sanskrit |
42 | तुलसी दास का अवतारवाद विषयक भक्ति सिद्धांत डॉ. स्नेहलता दास |
142-144 | Hindi |
43 | शैवदर्शनस्य वैशिष्ट्यम् डॉ. मोहन लाल शर्मा |
145-147 | Sanskrit |
44 | समकालीन हिंदी कहानियों में चित्रित सामाजिक मूल्य डॉ. टी. लता मंगेश |
148-150 | Hindi |
45 | Disaster Management in the Rāmāyaṇa Dr. P. Srinivasa Krishna Reddy |
151-156 | English |
46 | गंगा की ऐतिहासिकता पुरन चंद कापड़ी |
157-158 | Hindi |
47 | जीवन्मुक्तिदशायामज्ञानावस्थितिविमर्शः कुलदीप चन्द्र |
159-161 | Sanskrit |
48 | Science In Kavyas Of Sanskrit G. Dhananjaya Naidu |
162-165 | English |
49 | समकालीन कविता में राजनीतिक चेतना डॉ.ज्योति रानी |
166-168 | Hindi |
50 | ग्रहाणां चारवशात् सामाजिकपरिवर्तनम् डा. के.टि.वि. राघवन् |
169-172 | Sanskrit |
51 | योगदर्शने नियमस्वरूपम्महत्वञ्च डा. रामचन्द्रशर्मा |
173-176 | Sanskrit |
52 | समसामयिकसमाजे आदर्शसंस्कृतशिक्षकप्रशिक्षणम् डॉ ए. सच्चिदानन्दमूर्त्तिः |
177-178 | Sanskrit |
53 | Effect of Yoga Intervention on Neonatal Outcome: A Randomized Control Trial Dr. D.Saritha , Dr. Akhilesh Kumar Singh, Dr.D. Jyothi |
179-181 | English |
54 | पाण्डुलिपिसम्पादनात्मकम् अनुसन्धानम्, तत्स्वरूपञ्च Dr. Sayanto Mahato |
182-185 | Sanskrit |
55 | वेदों का प्रतिपाद्य विषय एवं वेदाङ्ग शिक्षा की उपयोगिता डॉ. सुनील कात्यायन |
186-189 | Sanskrit |
56 | सम्प्रदानस्वरूपम्- कारकतत्वग्रन्थदिशा एकमध्ययनम् डा.गोपीकृष्णन् रघुः |
190-192 | Sanskrit |
57 | वेदान्ताध्ययने न्यायशास्त्रस्य उपयोगिता अयाचितः शन्तनुः अम्बादासराव् |
193-194 | Sanskrit |
58 | व्यक्तित्वविकासे अष्टाङ्गयोगः प्रो.पि.वेङ्कटरावः |
195-198 | Sanskrit |