अद्यतने समाजे वेधशालाया उपयोगिता Post navigation आज के समय में अनादि वैदिक सनातन संस्कृति की आवश्यकता और महत्त्वव्याकरणेन साकं निरुक्तस्य सम्बन्धः तथा निरुक्तदिशा आख्यातस्वरूपम्