ज्योतिषशास्त्रान्तर्गतमनावृष्टिविचारः Post navigation श्रीमद्भगवत्गीतायाम् अष्टाङ्गयोगःमनुस्मृति में प्रतिपादित षोड्श संस्कारों की आधुनिक परिप्रेक्ष्य में उपयोगिता