भारतीय दर्शन में शब्द का स्वरूप और शक्ति ग्रह Post navigation आचार्य शङ्कर कृत ब्रह्मसूत्र-अध्यासभाष्य : एक मनोवैज्ञानिक विश्लेषणSanskrit Vyakaran: Panini’s Astadhyayi