मारक प्रकरण : पाराशरी ज्योतिष का विशिष्ट सन्दर्भ Post navigation शान्तिपर्वणि सामाजिकांशाःराजवल्लभवास्तुशास्त्रानुसारेण द्विशालभवनां वर्णनम्