विश्वरूपसन्दर्शनानि –प्रयोजनानि Post navigation राजस्थानी संस्कृत काव्यों में प्रवर्तित राजस्थान का इतिहास (सत्रहवीं शताब्दी के काव्यों में)कृष्णगीतिकाव्यस्य भाक्तं स्वरूपम्