संस्कृतसाहित्ये अभिज्ञानशाकुन्तलस्य स्थानम् Post navigation आचार्य सायण कृत पुरुषार्थ सुधानिधि में निहित नीति वचनों का आधुनिक परिवेश में महत्वमुन्डकोपनिषद् में निहित शिक्षण विधियों का वर्तमान समय में प्रासंगिकता